आज, 28 अगस्त 2025 को भारतीय शेयर बाजार का मूड प्रभावित नजर आया। अमेरिकी सरकार द्वारा लागू किए गए 50% टैरिफ ने बाजार को झटका दिया, जिससे दूरगामी निवेशक और ट्रेडर दोनों चिंतित नजर आए। इस ब्लॉग में हम देखेंगे कि ये टैरिफ क्यों महत्वपूर्ण हैं, कौन-सी कंपनियाँ चर्चा में हैं, और आगे के लिए क्या उम्मीदें बन रही हैं।
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1. क्यों गिरा बाजार?
अमेरिका ने भारत से कुछ आयातों पर एक अतिरिक्त 25% टैरिफ बढ़ाकर कुल 50% कर दिया — खास तौर पर टेक्सटाइल्स, रत्न, समुद्री उत्पाद, केमिकल्स और ऑटो पार्ट्स क्षेत्रों पर इसका असर पड़ेगा।
इस घोषणा के चलते, मंगलवार को निफ्टी और सेंसेक्स में लगभग 1% की गिरावट देखी गई — यह पिछले तीन महीनों में सबसे तेज़ गिरावट थी।
आज सुबह निफ्टी फ्यूचर्स 24,665.5 के स्तर पर ट्रेंड कर रहे थे, जोकि पिछले बंद स्तर 24,712.05 से नीचे था।
दूसरी रिपोर्ट्स के अनुसार निफ्टी 24,550 के नीचे जा चुका था, जबकि सेंसेक्स में गिरावट लगभग 600 पॉइंट्स तक पहुंच गई।
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2. प्रमुख कारण और बाजार पर प्रभाव
कारण विवरण
US टैरिफ भारतीय निर्यात-उन्मुख सेक्टर्स जैसे टेक्सटाइल्स और रत्न उद्योग को भारी झटका।
विदेशी निवेशकों की निकासी (FPI outflow) अगस्त में अब तक 2.66 बिलियन डॉलर का निवेश बाहर गया — फरवरी के बाद सबसे बड़ी निकासी।
सेंटीमेंट हिट बैंकिंग और मिड/स्मॉलकैप सेक्टर्स में selling pressure।
तकनीकी संकेत नकारात्मक यदि समर्थन स्तर टूटता है तो आगे और गिरावट का डर।
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3. बाज़ार के कुछ धुरी स्टॉक्स और अपडेट्स
Biocon: अमेरिकी FDA ने Sitagliptin (डायबिटीज़ ड्रग) के लिए टेंटेटिव मंजूरी दी है — यह कंपनी के लिए सकारात्मक संकेत है।
InterGlobe Aviation (IndiGo): एक बड़े शेयरधारक द्वारा लगभग 3.1% हिस्सेदारी ब्लॉक डील में बेची जा सकती है।
SBI Card: Flipkart के साथ मिलकर को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड लांच करने की घोषणा की है — नई इनकम स्ट्रीम बन सकती है।
Top Picks for Today: Nuvama Research ने Nykaa, Kaynes, और Dr Reddy’s को आज के लिए स्ट्रॉन्ग बाय माना है।
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4. आगे का रास्ता कैसे दिखता है?
विशेषज्ञों का सुझाव है कि Large-cap स्टॉक्स में निवेश करें और dip में accumulation करें, खासकर अगर अगस्त के आने वाले दिनों में कोई recovery की संभावना बनी रहे।
SME IPOs में निवेशकों की रुचि में कमी देखी जा रही है; कई SME सूचीबद्ध कंपनियाँ issue price से नीचे ट्रेड कर रही हैं, कुछ में गिरावट 58% तक है।
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निष्कर्ष
भारतीय शेयर बाजार आज अमेरिकी टैरिफ से प्रभावित रहा, जिसकी वजह से तकनीकी रुप से weak संकेत मिले, विदेशी निकासी बढ़ी, और कुछ सेक्टरों में दबाव बढ़ा। हालांकि Biocon जैसी कुछ कंपनियों ने पॉजिटिव खबरें दी, वहीं फ्लिपकार्ट-SBI कार्ड पार्टनरशिप जैसे बुलेटिन भी आए।
बाज़ार की अस्थिरता के बीच निवेशकों को Large-cap पर भरोसा बनाए रखना चाहिए, Dip पर खरीदारी करने का नजरिया अपनाना चाहिए, और SME IPOs से सावधानी बरतनी चाहिए।